श्री धर्मनाथ स्तुति:
श्री धर्मनाथ स्तुति: तीर्थकृद्धर्मनाथस्त्वं, धर्मसृष्टेर्विधायक:। तीर्थकृद्धर्मनाथं त्वां, नमामि धर्मवृद्धये।।१।। तीर्थकृद्धर्मनाथेन, दयाधर्मो निरूपित:। तीर्थकृद्धर्मनाथाय, नम: कुर्वन्ति साधव:।।२।। तीर्थकृद्धर्मनाथाद् हि, जातं तीर्थ-मनुत्तरं। तीर्थकृद्धर्मनाथस्य, भाक्तिका: त्रिदशाधिपा:।।३।। तीर्थकृद्धर्मनाथे हि, धर्मा: सर्वे सदा स्थिता:। तीर्थेश! धर्मनाथ! त्वं, संसारात् मां समुद्धर।।४।।