नंदीश्वरद्वीप जिनालय स्तोत्र
नंदीश्वरद्वीप जिनालय स्तोत्र -गीता छंद- सिद्धांत सिद्ध अनादि अनिधन, द्वीप नंदीश्वर कहा। मुनि वंद्य सुरनर पूज्य अष्टम, द्वीप अतिशययुत महा।। वहाँ पर चतुर्दिक शाश्वते, बावन जिनालय शोभते। प्रत्येक में जिनबिंब इक सौ, आठ सुर मन मोहते।।१।। -शंभु छंद- जय जय नंदीश्वर पर्व जगत् में, महापर्व कहलाता है। जय जय बावन जिनमंदिर से, इंद्रों के मन…