इन्द्रों का वैभव
इन्द्रों का वैभव इन व्यंतर देवों के नगर अंजनक, वङ्काधातुक,सुवर्ण, मन:शिलक, वङ्कारजत, हिंगुलक और हरिताल द्वीप में स्थित हैं। इन्द्रोें के समभाग में पाँच-पाँच नगर होते हैं। इनमें से अपने नाम से अंकित नगर मध्य में, एवं प्रभ, कांत, आवर्त और मध्य इन नामों से अंकित नगर पूर्व आदि दिशाओं में होते हैं। जैसे किन्नर,…