आचार्य श्री शांतिसागर स्तुति
आचार्य श्री शांतिसागर स्तुति -दोहा- शांतिसागराचार्य को, नमूँ नमूँ शत बार। सम्यक् चारित प्राप्त हो, मिले स्वात्मनिधि सार।।१।। -शंभु छंद- दक्षिण भारत के भोजग्राम में, धर्मनिष्ठ श्रेष्ठी प्रसिद्ध। पाटील भीमगौंडा उन भार्या-सत्यवती पतिव्रता सिद्ध।। ईस्वी सन् अठरह सौ बाहत्तर, वदि अषाढ़ षष्ठी तिथि थी। बालक ने जन्म लिया उस नाम-सातगोंडा था रखा तभी।।२।। बचपन यौवन…