अध्यात्म रश्मि (भाग-२)
अध्यात्म रश्मि (भाग-२) मोक्षप्राभृतम् (कतिपय विशेष गाथाओं पर) प्रसिद्ध जैनाचार्य श्री कुन्दकुन्द स्वामी ने जिस प्रकार से समयसार, नियमसार, प्रवचनसार आदि ग्रंथों की रचना की है उसी प्रकार अष्टपाहुड़ ग्रंथ की भी रचना की है। उन्हीं अष्टपाहुड़ में से यहाँ मोक्षपाहुड़ के कतिपय विशेष गाथाओं का सार यहाँ दिया जा रहा है। इस पाहुड़ ग्रंथ…