अध्यात्म रश्मि (भाग-१)
अध्यात्म रश्मि (समयसार की कतिपय विशेष गाथाओं के आधार पर) ववहारोऽभूयत्थो भूयत्थो देसिदो दु सुद्धणओ। भूयत्थमस्सिदो खलु सम्माइट्ठी हवइ जीवो।।११।। व्यवहारनय भूतार्थ अभूतार्थ रूप है। निश्चय के भी भूतार्थ अभूतार्थ भेद हैं।। भूतार्थ के आश्रय से जो सम्यक्त्वप्राप्ति है। वह जीव कहा सम्यग्दृष्टि वीतराग है।।११।। अर्थ—व्यवहारनय अभूतार्थ है और निश्चयनय भूतार्थ है अत: भूतार्थ का…