प्रथम वलय में जम्बूद्वीप के भरतक्षेत्र की आर्यिकाओं के अर्घ्य (२४ अर्घ्य)
प्रथम वलय में जम्बूद्वीप के भरतक्षेत्र की आर्यिकाओं के अर्घ्य (२४ अर्घ्य) —सोरठा— महाव्रतादी श्रेष्ठ, गुण भूषण को धारतीं। पूजूँ भक्ति समेत, पुष्पांजलि करके यहाँ।।१।। अथ प्रथमवलये मंडलस्योपरि पुष्पांजलिं क्षिपेत्। —शंभु छंद— ऋषभदेव के समवसरण में, ‘ब्राह्मी’ गणिनी मानी हैं। सर्व आर्यिका तीन लाख, पच्चास हजार बखानी हैं।। रत्नत्रय गुणमणि से भूषित, शुभ्र वस्त्र को…