भजन
भजन….. ज्ञानमती माता आईं मांगीतुंगी तीर्थ में। मानो माँ ब्राह्मी आईं पिता के समीप में।।टेक.।। सन् उन्निस सौ छियानवे में, मांगीतुंगी आईं मात ये। ऋषभदेव की मूर्ति प्रेरणा, दी माता ने जगी चेतना।। उन्हीं जिनवर के निकट आई मात तीर्थ पे। मानो माँ ब्राह्मी आईं पिता के समीप में।।ज्ञानमती.।।१।। प्रतिमा बन अब पूर्ण हुई है,…