चौबीस तीर्थंकर पूजा
“…चौबीस तीर्थंकर पूजा…” अथ स्थापना—गीताछंद वृषभादि चौबिस तीर्थकर, इस भरत के विख्यात हैं। जो प्रथित जंबूद्वीप के, संप्रति जिनेश्वर ख्यात हैं।। अंतिम जिनेश्वर तीर्थ में, सम्यक्त्व निधि को पायके। थापूँ यहां पूजन निमित, अति चित्त में हरषाय के।।१।। ॐ ह्रीं श्रीसमवसरणस्थितचतुर्विंशतितीर्थंकरसमूह ! अत्र अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीसमवसरणस्थितचतुर्विंशतितीर्थंकरसमूह ! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठ:…