आहार ग्रहण के ६ कारण—
आहार ग्रहण के ६ कारण— (१) ‘‘क्षुधा१ की वेदना मिटाने के लिए (२) अपनी और अन्य साधुओं की वैयावृत्ति करने के लिए (३) सामायिक आदि आवश्यक क्रियाओं के पालन के लिए (४) संयम पालन के लिए (५) अपने दश प्राणों की चिंता अर्थात् प्राणों की रक्षा के लिए और (६) दश धर्म आदि के चिंतन…