श्री गौतम गणधर अभिषेक विधि एवं पूजा
श्री गौतम गणधर अभिषेक विधि एवं पूजा…. 1. श्री गौतम गणधरदेव अभिषेक विधि 2. गणधरवलय यंत्र अभिषेक विधि 3. भगवान श्री महावीर जिन पूजा 4. श्री गौतम गणधर पूजा 5. दिव्यध्वनि पूजा 6. आरती 7. भजन
श्री गौतम गणधर अभिषेक विधि एवं पूजा…. 1. श्री गौतम गणधरदेव अभिषेक विधि 2. गणधरवलय यंत्र अभिषेक विधि 3. भगवान श्री महावीर जिन पूजा 4. श्री गौतम गणधर पूजा 5. दिव्यध्वनि पूजा 6. आरती 7. भजन
भजन…. रचयित्री-प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चंदनामती तर्ज—जिन्दगी प्यार का गीत है………. गौतम गणधर की वाणी सुनो, ज्ञान अमृत के स्वादी बनो। वीर प्रभु दिव्यध्वनि को सुनो, अपने आतम में उसको गुनो।।टेक.।। आज हम सबका यह पुण्य है, पाया धरती पे नर जन्म है। इसमें जिन भक्ति ही मुख्य है, गुरु की वाणी से शिव सौख्य है। वीर…
आरती रचयित्री-प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चंदनामती ॐ जय गौतम स्वामी, स्वामी जय गणधर स्वामी। द्वादशांग के कर्त्ता, मनपर्ययज्ञानी।। ॐ जय.।। तीर्थंकर महावीर के, शिष्य प्रमुख गणधर। स्वामी….. इन्द्रभूति गौतम यह, नाम मिला सुखकर ।।ॐ जय.।।१।। श्रावण कुष्णा एकम, गणधर पद पाया। स्वामी …… तीर्थंकर महावीर प्रभू ने, तुमको अपनाया।।ॐ जय.।।२।। दिव्यध्वनि सुन प्रभु की, श्रुत रचना कर…
दिव्यध्वनि पूजा —शंभु छंद— तीर्थंकर के मुख से खिरती, अनअक्षर दिव्यध्वनी भाषा। बारह कोठों में सबके हित, परिणमती सर्वजगत् भाषा।। गणधर गुरु जिनध्वनि को सुनकर, बाहर अंगों में रचते हैं। हम दिव्यध्वनी का आह्वानन, करके भक्ती से यजते हैं।।१।। ॐ ह्रीं तीर्थंकरमुखकमलविनिर्गतसर्वभाषामय-दिव्य-ध्वनि-वाणीसमूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं तीर्थंकरमुखकमलविनिर्गतसर्वभाषामय-दिव्य-ध्वनि-वाणीसमूह! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठ:…
श्री गौतम गणधर पूजा -गीता छंद- गणपति गणीश गणेश गणनायक गणीश्वर नाम हैं। गणनाथ गणस्वामी गणाधिप आदि नाम प्रधान हैं।। उन इंद्रभूति गणीन्द्र गौतम स्वामि गणधर को जजूँ। स्थापना करके यहाँ सब कार्य में मंगल भजूँ।।१।। ॐ ह्रीं श्रीगौतमगणधरपरमेष्ठिन्! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीगौतमगणधरपरमेष्ठिन्! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठः ठः स्थापनं। ॐ ह्रीं…
“…भगवान श्री महावीर जिनपूजा…” (तर्ज-तुमसे लागी लगन……) आपके श्रीचरण, हम करें नित नमन, शरण दीजे। नाथ! मुझपे कृपा दृष्टि कीजे।।टेक.।। वीर सन्मति महावीर भगवन् ! आवो आवो यहाँ नाथ! श्रीमन्! आप पूजा करें, शुद्ध समकित धरें, शक्ति दीजे। नाथ! मुझपे कृपा दृष्टि कीजे।।१।। ॐ ह्रीं श्रीमहावीरजिनेन्द्र! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीमहावीरजिनेन्द्र! अत्र…
गणधरवलय यंत्र अभिषेक विधि अथ यन्त्रोद्धार: (यन्त्रलेखनमित्यर्थ:) —अनुष्टुप्— षट्कोणचक्रमध्ये तु, क्ष्मामध: श्रीं च मस्तके। अर्हं झ्वीं ह्रीं लिखेत्पार्श्वे, दक्षिणे वामत: क्रमात्।।१।। श्रीदक्षिण सप्रणवाऽसि, आ उ सा सहोमकम्। कोणेष्वप्रतिचक्रे फट्, सव्येन स्थापयेत् क्रमात्।।२।। कोणान्तरे विचक्राय, स्वाहा षड् बीजमालिखेत्। कोणाग्रेषु लिखेत् श्रीह्री-धृतिकीर्तिमतीन्दिरा:।।३।। वसु द्व्यष्ट त्रिहाष्टेषु, पत्रेषु ऋद्धिमन्त्रकान्। लिखित्वा मायया वेष्ट्य, क्रों रुद्धं गणधारकम्।।४।। यन्त्रं भूमण्डलोपेतं, लिखित्वा स्थापयेत्…
श्री गौतम गणधरदेव अभिषेक विधि जलाभिषेक व्योमापगादितीर्थोद्भवेनातिस्वच्छवारिणा। अभिषिञ्चे जगत्पूज्यं, गौतमस्वामिनं मुदा।।१।। ॐ ह्रीं परमपवित्रजलेन श्रीगौतमस्वामिनं अभिषेचयामि स्वाहा। -अर्घ्य- उदकचंदनतंदुलपुष्पवैâश्चरुसुदीपसुधूपफलार्घ्यवैâ:। धवलमंगलगानरवाकुले, जिनगृहे मुनिनाथमहं यजे।। ॐ ह्रीं श्रीगौतमस्वामिने अर्घ्यं निर्वपामीति स्वाहा। इक्षुरसाभिषेक सद्य: पीलितपुण्ड्रेक्षुरसेन शर्करादिना। अभिषिञ्चे जगत्पूज्यं, गौतमस्वामिनं मुदा।।२।। ॐ ह्रीं परमपवित्रइक्षुरसेन श्रीगौतमस्वामिनं अभिषेचयामि स्वाहा। -अर्घ्य- उदकचंदनतंदुलपुष्पवैâश्चरुसुदीपसुधूपफलार्घ्यवैâ:। धवलमंगलगानरवाकुले, जिनगृहे मुनिनाथमहं यजे।। ॐ ह्रीं श्री गौतमस्वामिने अर्घ्यं निर्वपामीति…
“…सर्व गणधरदेव विधान…” 1. मंगलाचरण 2. श्री गणधरदेव स्तोत्र (संस्कृत) 3. श्री गणधरदेव स्तोत्र (पद्यानुवाद) 4. चौबीस तीर्थंकर पूजा 5. श्री गणधरदेव पूजा 6. प्रथम वलय मे ८४ अर्घ्य 7. द्वितीय वलय में २२ अर्घ्य 8. तृतीय वलय में ११ अर्घ्य 9. चतुर्थ वलय में जंबूद्वीप ऐरावत क्षेत्र के गणधर देवों का १ अर्घ्य 10….
“…भजन…” -आर्यिका चन्दनामती तर्ज—हम लाए हैं तूफान से…… हम आए हैं निगोद से, आशाएँ संजोके। मानुष जनम को पाके, फिर निगोद न लौटें।। टेक.।। केवल जनम मरण में ही, पर्याय बिताई। कुछ पुण्य का संयोग, त्रस पर्याय अब पाई।। शक्ती मिले चिन्तन करें, आतम मगन होके। मानुष जनम को पाके, फिर निगोद न लौटें।।१।। स्वर्गों…