चौथी ढाल
चौथी ढाल (रोला छंद) सम्यग्ज्ञान का लक्षण और समय सम्यक् श्रद्धा धारि पुनि, सेवहु सम्यक्ज्ञान। स्वपर अर्थ बहु धर्म जुत, जो प्रकटावन भान।। अर्थ-सम्यक्दर्शन धारण करने के उपरांत भव्य जीव को सम्यग्ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। जैसे सूर्य सब वस्तुओं और स्वयं को जैसा का तैसा दर्शाता है, उसी प्रकार जो अनेक धर्मों…