आस्रव के भेद….
आस्रव के भेद…. मिच्छत्तं अविरमणं कसाय जोगा य आसवा होंति। पण बारस पणवीसा पण्णरसा होंति तब्भेया।।२।। मिथ्यात्वमविरमणं कषाया योगाश्च आस्रवा भवन्ति। पंच द्वादश पंशविंशति: पंचदश भवन्ति तद्भेदा:।। मिथ्यात्व, अविरति, कषाय और योग ये आस्रव कहलाते हैं। ये आस्रव के लिए कारणभूत हैं अत: इन्हें आस्रव कह देते हैं। इनके उत्तर भेद क्रम से मिथ्यात्व के…