देववंदना (सामायिक) (हिन्दी पद्यानुवाद)
देववंदना (सामायिक) (हिन्दी पद्यानुवाद) ईर्यापथ शुद्धि दोहा- हे भगवन् ! ईर्यापथिक, दोष विशोधन हेतु। प्रतिक्रमण विधि मैं करूँ, श्रद्धा भक्ति समेत।।१।। चौबोल छंद- गुप्ति रहित हो षट्कायों की, मैं विराधना जो करता। शीघ्र गमन प्रस्थान ठहरने, चलने में अरु भ्रमण किया।।२।। प्राणीगण पर गमन, बीज पर गमन, हरित पर चला कहीं। मल मूत्रादि नासिका मल…