लवणसमुद्र में लंकानगरी में अनेकों जिनमंदिर एवं श्री शांतिनाथ मंदिर
लवणसमुद्र में लंकानगरी में अनेकों जिनमंदिर एवं श्री शांतिनाथ मंदिर अथानन्तर राक्षसों का अधीश्वर रावण अपने दूत के वचन सुनकर क्षणभर मन्त्र के जानकार मन्त्रियों के साथ मन्त्रणा करता रहा। उसने विचार किया कि मैं बहुरूपिणी नाम से प्रसिद्ध वह विद्या सिद्ध करता हूँ कि जिसमें सदा तत्पर रहने वाले देव भी विघ्न उत्पन्न नहीं…