धन्य धन्य हे रत्नमती तव, चरणन कोटि प्रणाम हैं
“धन्य धन्य हे रत्नमती तव, चरणन कोटि प्रणाम हैं” -श्री विमल कुमार जैन सोंरया शास्त्री, टीकमगढ़ जिनके यश गौरव से गौरवान्वित यह विश्व ललाम है। धन्य धन्य हे रत्नमती तव चरणन कोटि प्रणाम है।। मानतुंग ने करी वन्दना तुम जैसी सतनारी की, धन्य धरा की पूज्य मातु करता वन्दन भवतारी की। पुत्री एक कोटि पुत्रों…