सरल संस्कृत शिक्षा
सरल संस्कृत शिक्षा (संज्ञा प्रकरण एवं स्वरसंधि समन्वित) कातंत्र व्याकरण के आधार से सरस्वति! नमस्तुभ्यं, वरदे! कामरूपिणि! विद्यारंभं करिष्यामि, सिद्धिर्भवतु मे सदा।।१।। प्रथमः पाठः विभक्तियों के नाम व अर्थ धर्म शब्द की समस्त विभक्तियों का एक पद्य में प्रदर्शन धर्मः सर्वसुखाकरो हितकरो, धर्मं बुधाश्चिन्वते। धर्मेणैव समाप्यते शिवसुखं, धर्माय तस्मै नमः।। धर्मान्नास्त्यपरः सुहृद्भवभृतां, धर्मस्य मूलं दया।…