क्या परिहारविशुद्धि वाले मुनि वर्षायोग में अन्यत्र गमन करते हैं?
क्या परिहारविशुद्धि वाले मुनि वर्षायोग में अन्यत्र गमन करते हैं? परिहारविशुद्धि संयम धारण करने वाले महामुनि भी तीनों कालों की संध्याओं को छोड़कर दो गव्यूति प्रमाण विहार करते रहते हैं। यथा-‘‘पाँच प्रकार के संयम में से अभेदरूप से अथवा भेदरूप से एक संयम से युक्त सर्वसावद्य का सर्वथा परित्याग करने वाले साधु पाँच समिति और…