चातुर्मास के लिए कम से कम १०० दिन या अधिक से अधिक १६५ दिनों की आगम व्यवस्था-
चातुर्मास के लिए कम से कम १०० दिन या अधिक से अधिक १६५ दिनों की आगम व्यवस्था- आचार्य के छत्तीस गुणों के अंतर्गत दस स्थितिकल्प गुण माने हैं। उनके नाम क्रमश:- आचेलक्य, औद्देशिकपिंडत्याग, शय्याधर पिंडत्याग, राजकीय पिंडत्याग, कृतिकर्म, व्रतारोपण योग्यता, ज्येष्ठता, प्रतिक्रमण, मासैकवासिता और योग हैं। उनमें से मासैकवासिता नाम के नवमें स्थितिकल्प का लक्षण…