णमोकार मंत्र का अर्थ एवं महिमा
“…णमोकार मंत्र का अर्थ एवं महिमा…” लेखिका-गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आइरियाणं। णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्वसाहूणं।।१।। अरिहंतों को नमस्कार हो, सिद्धों को नमस्कार हो, आचार्यों को नमस्कार हो, उपाध्यायों को नमस्कार हो और लोक में सर्व साधुओं को नमस्कार हो। (१) ‘णमो अरिहंताणं’ ‘अरिहननादरिहंता!’ ‘अरि’ अर्थात् शत्रुओं के ‘हननात्’ अर्थात्…