जिनमती ने पंचनमस्कार मंत्र के प्रभाव से भयंकर अग्नि को शान्त किया (आराधना कथाकोष संस्कृत)
जिनमती ने पंचनमस्कार मंत्र के प्रभाव से भयंकर अग्नि को शान्त किया (आराधना कथाकोष संस्कृत) कायोत्सर्गे स्थिता चित्ते कृत्वा पञ्च नमस्कृतिम्। तत्क्षणादेव संजाता वन्हिशान्ति: जगद्धिता२।।२०।। अर्थ-लाटदेश के गलगोद्रह नाम के शहर में जिनदत्त सेठ था। उनकी स्त्री जिनदत्ता थी। इनके जिनमती नाम की एक लड़की थी। जिनमती का विवाह रुद्रदत्त के साथ हुआ। बहुत समय…