जिनेन्द्रभक्त सेठ की कथा
जिनेन्द्रभक्त सेठ की कथा गौड़ देश के अन्तर्गत ताम्रलिप्ता नगरी में एक जिनेन्द्रभक्त सेठ रहते थे। उनके घर में सातवीं मंजिल पर पार्श्वनाथ चैत्यालय था जिसमें रत्ममयी प्रतिमा के ऊपर छत्र में बहुमूल्य वैडूर्यमणि रत्न लगा हुआ था। एक दिन चोरों के सरदार ने कहा कि सेठ के यहाँ का वैडूर्यमणि कौन ला सकता है…