(प्रत्यक्ष प्रमाण का लक्षण)
(प्रत्यक्ष प्रमाण का लक्षण) ‘प्रत्यक्षं विशदं’ जो विशद-स्पष्ट प्रतिभास वाला ज्ञान है वह प्रत्यक्ष प्रमाण होता है। ‘अक्ष्णेति व्याप्नोति जानातीत्यक्ष-आत्मा’ अक्ष धातु का अर्थ है व्याप्त होना-जानना, जो व्याप्त होता है जानता है वह अक्ष-आत्मा है। ज्ञानावरण कर्म का क्षयोपशम जिसको है अथवा ज्ञानावरण कर्म का क्षय जिसके हो गया है। ऐसी उस आत्मा के…