इन्द्रध्वज विधान की आरती
इन्द्रध्वज विधान की आरती तर्ज—ॐ जय…………. ॐ जय श्री सिद्ध प्रभो, स्वामी जय श्री सिद्ध प्रभो। शत इन्द्रों से वंदित, त्रिभुवन पूज्य विभो।।ॐ जय…..।।टेक.।। भूत भविष्यत संप्रति, त्रैकालीक कहें।स्वामी………. नरलोकोद्भव सिद्धा, नंतानंत रहें।।ॐ जय……….।।१।। मध्यलोक के शाश्वत, मणिमय अभिरामा।स्वामी……. चारशतक अट्ठावन, अविचल जिनधामा।।ॐ जय…….।।२।। सबमें जिनवर प्रतिमा, इक सौ आठ कहीं।स्वामी……. सिद्धन की है उपमा,…