गुरूणांगुरु आचार्यश्री शांतिसागर जी के पावन संस्मरण
गुरूणांगुरु आचार्यश्री शांतिसागर जी के पावन संस्मरण -गणिनी ज्ञानमती चारित्र चक्रवर्ती आचार्यश्री शांतिसागर जी महाराज ‘‘नीरा’’ गांव में विराजमान थे। मैंने जाकर दर्शन किये। सिद्धभक्ति, श्रुतभक्ति, आचार्यभक्ति पढ़कर विधिवत् वंदना की। आचार्यश्री ने आशीर्वाद दिया। क्षुल्लिका विशालमती ने रत्नत्रय कुशल पूछा। अनंतर महाराज तो आसन पर बैठे हुए थे। ब्र. जिनदास जी कोई शास्त्र पढ़कर…