श्री ज्ञानमती माताजी की आरती(D)
श्री ज्ञानमती माताजी की आरती(D) तर्ज—बहारो फूल बरसाओ……….. जलाकर दीप खुशियों के, हम आरति करने आए हैं। हम…… तेरी इस ज्ञान सरिता से, सुधारस भरने आए हैं।। सुधा….।।टेक.।। पिता-माता की ममता तज, जगत का प्यार पाया है। गुरु श्री वीरसागर से, ज्ञानमति नाम पाया है।। तेरी उस ज्ञानमय प्रतिभा, का दर्शन करने आए हैं। हाँ…