सहस्रनाम विधान की आरती
सहस्रनाम विधान की आरती तर्ज—ॐ जय…………. ॐ जय अन्तर्यामी, स्वामी जय अन्तर्यामी। सहस आठ गुणधारी, सिद्धिप्रिया स्वामी।।ॐ जय.।।टेक.।। निज में निज हेतू ही, निज को जन्म दिया।स्वामी………… अत: स्वयम्भू कहकर, जग ने नमन किया।।ॐ जय.।।१।। चार घातिया नाश अर्ध, नारीश्वर कहलाए।स्वामी ईश्वर……. जग के शांति विधाता, शंकर कहलाए।।ॐ जय.।।२।। इन्द्र सहस्र नेत्रों से, तेरा दर्श…