ध्यानसूत्र
ध्यानसूत्र (श्री माघनंदिआचार्यविरचित) (सामायिक में ध्यान के पूर्व इन सूत्रों का भी चिंतवन कीजिए। ये सूत्रमंत्र निश्चयनय की अपेक्षा से शुद्धात्मा की भावनास्वरूप हैं।) १. रागद्वेष-मोह रहितोऽहं २. क्रोध-मान-माया-लोभ रहितोहं ३. पंचेन्द्रियविषयव्यापार-शून्योहं ४. मनोवचनकायक्रियारहितोहं ५. द्रव्यकर्मभावकर्मनोकर्मरहितोहं ६. ख्यातिपूजालाभादि-विभावभावरहितोहं ७. दृष्टश्रुतानुभूतभोगाकांक्षा रहितोहं ८. शल्यत्रयरहितोहं ९. गारवत्रय-रहितोहं १०. दंडत्रयरहितोहं ११. विभावपरिणामशून्योहं १२. निजनिरंजनस्वरूपोहं १३. स्वशुद्धात्म-सम्यक्श्रद्धानपरिणतोहं १४. भेदज्ञानानुष्ठानपरिणतोहं…