ब्रह्नचर्य महाव्रत के 180 मंत्रा (पुरुषों के लिए)
ब्रह्नचर्य महाव्रत के 180 मंत्रा मनसा कृतनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्नविरति- महाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।1।। मनसा कारितनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।2।। मनसानुमोदितनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।3।। वचसा कृतनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।4।। वचसा कारितनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।5।। वचसानुमोदितनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।6।। वपुषा कृतनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।7।। वपुषा कारितनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।8।। वपुषानुमोदितनारीस्पर्शनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।9।। केवल पुरुषवर्ग जपें- मनसा कृतनारीरसनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।1।। मनसा कारितनारीरसनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।2।। मनसानुमोदितनारीरसनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय नमः।।3।। वचसा कृतनारीरसनेन्द्रियविषयाब्रह्न- विरतिमहाव्रतप्रोषधोद्योतनाय…