रत्नपुरी तीर्थ की आरती
रत्नपुरी तीर्थ की आरती तर्ज—यदि भला किसी का…………. तीर्थंकर प्रभु श्री धर्मनाथ की, जन्मभूमि को नमन करें। आरति के माध्यम से आओ, अपने कर्मों का हनन करें।।टेक.।। पन्द्रहवें जिन श्री धर्मनाथ ने, रत्नपुरी में जन्म लिया। इन्द्रों ने स्वर्गों से आकर, उत्सव कर नगरी धन्य किया।। प्रभु धर्मनाथ को वंदन कर, उन मात-पिता को नमन…