भजन
भजन -प्रज्ञाश्रणमी आर्यिका चंदनामती तर्ज-दीदी तेरा देवर दीवाना….. जिनवरों में जिनवर हैं प्यारे, पारसनाथ माता वामा के दुलारे। तेइसवें तीर्थंकर हमारे, पारसनाथ माता वामा के दुलारे।।टेक.।। जय जय हो, जय जय पारसनाथ जी।। वाराणसी में जनम जब हुआ, अश्वसेन महल जगमगाने लगा था। जिनवर रवी का उदय जब हुआ, तो मिथ्यात्व का अंधकार भगा था।।…