श्री शीतलनाथ पूजा
श्री शीतलनाथ पूजा…. स्थापना-गीताछंद है नगर भद्दिल भूप द्रढ़रथ, सुष्टुनंदा ता तिया। तजि अचुतदिवि१ अभिराम२ शीतलनाथ सुत ताके प्रिया।। इक्ष्वाकु, वंशी अंक३ श्रीतरु, हेमवरण शरीर है। धनु नवे उन्नत पूर्व लख इक, आयु सुभग परी रहे।। -सोरठा- सो शीतल सुखकंद, तजि परिग्रह शिवलोक गे। छूट गयो जगधन्द४, करियत तो५ आह्वान अब।। ॐ ह्रीं श्रीशीतलनाथजिनेन्द्र! अत्र…