महारानी केकसी
महारानी केकसी….. महारानी केकसी अपने राजमहल में सोयी हुई हैं। रत्नों के दीपकों का प्रकाश पैâल रहा है। चारों ओर पहरे पर खड़ी हुई स्त्रियाँ निद्रा रहित होकर महारानी की रक्षा में तत्पर हैं। पिछली रात्रि में रानी आश्चर्यकारी कुछ स्वप्नों को देखती हैं। प्रभात के समय तुरही की ध्वनि से और चारण लोगों के…