शांति पाठ (हिन्दी)
शांति पाठ (हिन्दी)…. शांतिनाथ मुख शशि उनहारी, शीलगुणव्रत संयमधारी। लखन एक सौ आठ विराजैं, निरखत नयन कमल दल लाजैं।।१।। पंचम चक्रवर्ति पदधारी, सोलम तीर्थंकर सुखकारी। इन्द्र नरेन्द्र पूज्य जिननायक, नमो शांतिहित शांतिविधायक।।२।। दिव्य विटप पहुपन की वरषा, दुंदभि आसन वाणी सरसा। छत्र चमर भामंडल भारी, ये तुव प्रातिहार्य मनहारी।।३।। शांतिजिनेश शांति सुखदाई, जगत पूज्य पूजों…