ऋषभदेव तीर्थंकर (नाटिका)
ऋषभदेव तीर्थंकर (नाटिका)….. प्रथम दृश्य (भगवान ऋषभदेव राज्यसिंहासन पर विराजमान हैं। सभा लगी हुई है। उसी समय उनकी दोनों पुत्रियाँ सभा में प्रवेश कर गवासन से बैठकर हाथ जोड़कर पिता को नमस्कार करती हैं।) ब्राह्मी-सुन्दरी—पिताजी प्रणाम। भगवान ऋषभदेव—चिरंजीव रहो, बेटी! आओ। (पिता पुत्रियों के मस्तक पर हाथ फेरते हुए अपने पास बिठा लेते हैं। पुन:…