मोक्षसप्तमी पर नृत्य नाटिका
“…मोक्षसप्तमी पर नृत्य नाटिका…” तर्ज-आए महावीर भगवान……………….. प्रश्न – केसा उत्सव आया आज, क्यों धूम मची मंदिर में। बतला दो मेरे भ्रात, क्यों ध्ूाम मची मन्दिर में।। उत्तर – सुन ले मेरी बहना आज, क्यों धूम मची मंदिर में। है प्रभु पार्श्वनाथ निर्वाण, का उत्सव इस मंदिर में।। प्रश्न -निर्वाण कहाँ से पाया, कहाँ प्रभु…