प्रस्तावना
—ब्र. कु. सारिका जैन (संघस्थ) प्रस्तुत पुस्तक जिसका नाम है ‘‘आचार्य श्री वीरसागर जी महाराज-एक स्वर्णिम व्यक्तित्व’’, इसमें ब्र. हीरालाल जी से आचार्य श्री वीरसागर जी बनने वाले महापुरुष का स्वर्णमयी जीवन कथानक है। पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी के दीक्षागुरु आचार्यश्री वीरसागर जी महाराज के हिमालय सदृश उत्तुंग-विशाल व्यक्तित्व को शब्दों के माध्यम से…