त्रेसठ शलाका पुरुष
त्रेसठ शलाका पुरुष अब यहाँ से आगे पुण्योदय से भरत क्षेत्र में मनुष्यों में श्रेष्ठ और संपूर्ण लोक में प्रसिद्ध त्रेसठ शलाका पुरुष उत्पन्न होने लगते हैं। चौबीस तीर्थंकर, बारह चक्रवर्ती, नव बलभद्र, नव वासुदेव और नव प्रति वासुदेव ये त्रेसठ शलाका पुरुष हैं। नाभिराय के पुत्र भी वृषभदेव प्रथम तीर्थंकर हुये हैं ऐसे ही…