लांतव-कापिष्ठ इंद्र के नगर
लांतव-कापिष्ठ इंद्र के नगर लांतव युगल में २ इंद्रक हैं अंतिम इंद्रक लांतव नामक है इस लांतव इंद्रक विमान से दक्षिण दिशा में पंक्ति के १२वें श्रेणीबद्ध विमान में लांतव इंद्र का पुर है। उसका विस्तार ५०००० योजन है। उसका प्राकार ६-१/४ योजन अवगाह एवं ६-१/४ योजन विस्तार से सहित, १५० योजन ऊँचा है। प्राकार…