मृत्युंजय विधान
मृत्युंजय विधान संसार में सभी प्राणी सुख चाहते हैं और दु:ख से डरते हैं, फिर भी अपने-अपने कर्मों के अनुसार प्रत्येक प्राणी को सुख-दु:ख भोगना पड़ता है। जब विपत्ति आती है, संकट आते हैं तो सभी प्रभु का स्मरण करते हैं, किन्तु सुख के दिनों में सब भूलकर विषय-भोगों में ही निमग्न रहते हैं। यदि…