(११) पुष्पाञ्जलि व्रत विधि
(११) पुष्पाञ्जलि व्रत विधि पुष्पाञ्जलिस्तु भाद्रपदशुक्लां पञ्चमीमारभ्य शुक्लानवमीपर्यन्तं यथाशक्ति पञ्चोपवासा: भवन्ति।। अर्थ-पुष्पांजलिव्रत भाद्रपद शुक्ला पंचमी से नवमी पर्यन्त किया जाता है। इसमें पाँच उपवास अपनी शक्ति के अनुसार किये जाते हैं। विवेचन-भादों सुदी पंचमी से नवमी तक पाँच दिन पंचमेरु की स्थापना करके चौबीस तीर्थंकरों की पूजा करनी चाहिए। अभिषेक भी प्रतिदिन किया जाता है।…