श्री कुंथुनाथ चालीसा
श्री कुंथुनाथ चालीसा -दोहा- सिद्धप्रभू को नमन कर, सिद्ध करूँ सब काम। सत्रहवें तीर्थेश का, करना है गुणगान।।१।। कुंथुनाथ भगवान हैं, श्रीकांता के लाल। कामदेव हैं तेरवें, उनको करूँ प्रणाम।।२।। -चौपाई- कुंथुनाथ को नमन हमारा, इक-दो बार नहीं सौ बारा।।१।। पिता आपके शूरसेन थे, गजपुर१ नगरी के नरेश थे।।२।। प्रभु तुम तीर्थंकर सत्रहवें, कामदेव भी…