बड़ी जयमाला
बड़ी जयमाला तर्ज—ऐसी लागी लगन…… अर्घ्य का थाल ले, प्रभु की जयमाल में। अपने भावों को आओ समर्पण करें।।टेक.।। सुबह मंदिर में जा, प्रभु का दर्शन करो। पाँचों अंगों से झुक, प्रभु का वन्दन करो।। बन्द मुट्ठी से, अक्षत चढ़ाया करो।। अर्घ्य का थाल ले…।।१।। जैन शास्त्रों को करके, नमन भक्ति से। कर लो स्वाध्याय…