चरणानुयोग (पूजा/विधान साहित्य)
चरणानुयोग (पूजा/विधान साहित्य) ७७. मूलाचार पूर्वार्ध-लेखन प्रारंभ वीर सं. २५०३, सन् १९७७, हस्तिनापुर प्राचीन मंदिर। प्रथम संस्करण-वीर सं. २५१०, सन् १९८४, पृष्ठ संख्या ५०४ है। ७८. मूलाचार उत्तरार्ध-लेखन समापन-वीर सं. २५०४, वैशाख वदी तीज (अक्षय तृतीया), बुधवार सन् १९७८, हस्तिनापुर। प्रथम संस्करण-वीर सं. २५१२, सन् १९८६, पृष्ठ संख्या ४१० है। इन दोनों ग्रंथों का प्रकाशन…