श्री शांतिनाथ चालीसा
श्री शांतिनाथ चालीसा -दोहा- सोलहवें तीर्थेश श्री-शान्तिनाथ भगवान। जिनके दर्शन से मिले, शान्ती अपरम्पार।।१।। -चौपाई- शान्तिनाथ! तुम शान्ति विधाता, शरणागत को शरण प्रदाता।।१।। भरतक्षेत्र के आर्यखण्ड में, कुरुजांगल इक देश है सुन्दर।।२।। उसमें हस्तिनागपुर नगरी, लगती सुन्दर स्वर्गपुरी सी।।३।। इसी नगरिया के राजा श्री-विश्वसेन अति शूरवीर थे।।४।। सुखपूर्वक वे समय बिताते, धर्मनीति से राज्य चलाते।।५।।…