श्री वासुपूज्यनाथ चालीसा
श्री वासुपूज्यनाथ चालीसा -दोहा- वासणगण से पूज्य हैं, वासुपूज्य भगवान। श्री वसुपूज्य के पुत्र हैं, वासुपूज्य भगवान।।१।। -चौपाई- वासुपूज्य भगवान की जय हो, बारहवें जिनराज की जय हो।।१।। चम्पापुर नगरी की हो जय, प्रभु का पद है अनुपम-अक्षय।।२।। सौ इंद्रों से वंद्य प्रभू जी, ग्रन्थि रहित निर्ग्रन्थ प्रभू जी।।३।। सौ इन्द्रों के नाम बताओ, अपना…