छठे परिच्छेद का सार
छठे परिच्छेद का सार ऐकांतिक हेतुवाद और आगमवाद का खंडन तथा स्याद्वाद सिद्धि (कारिका ७६ से ७८ तक) बौद्ध हेतु से ही तत्त्वों की सिद्धि मानते हैं, ब्रह्माद्वैतवादी आगम से ही परम ब्रह्म को सिद्ध करते हैं। वैशेषिक तथा बौद्ध प्रत्यक्ष और अनुमान इन दो प्रमाणों से ही तत्त्वों की सिद्धि मानते हैं। आचार्य इन…