रत्नपुरी का संक्षिप्त इतिहास
रत्नपुरी का संक्षिप्त इतिहास -गणिनी ज्ञानमती भगवान धर्मनाथ तीर्थंकर परम्परा में पंद्रहवें तीर्थंकर हैं। इन्हें निर्वाण प्राप्त करके वर्तमान वीर नि. सं. २५४९ से तीन सागर ६५८६५४८ वर्ष व्यतीत हो चुके हैं। जो कि जैन गणित के अनुसार संख्या से परे-असंख्यातों वर्ष हो जाते हैं। चूँकि यह चतुर्थकाल ४२ हजार वर्ष कम एक कोड़ाकोड़ी सागर…