भजन
“…भजन…” -आर्यिका चंदनामती तर्ज – जरा सामने तो आओ…………. णमोकार धाम तीरथ महान है, पंचपरमेष्ठी का जो धाम है। सिद्धवरकूट सिद्धक्षेत्र के निकट, सनावद में बना पुण्यधाम है।। काल अनादी से जिनधर्म का, मूलमंत्र णमोकार ही है। अपराजित उस मंत्र की महिमा, बतलाते सब शास्त्र भी है।। उसी मंत्र का जहाँ गुणगान है, ऋषभदेव जी…