जैन सरस्वती-लक्ष्मी की मूर्तियों की परम्परा
जैन सरस्वती-लक्ष्मी की मूर्तियों की परम्परा -गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी एक जिनचैत्यालय में सन् १९७२ में मैंने सरस्वती और लक्ष्मी की मूर्तियाँ देखीं, उनके मस्तक पर भगवान की प्रतिमा थीं। मुझे बहुत ही अच्छा लगा और मैंने ब्र. मोतीचंद से कहा- इनके छोटी-छोटी मूर्तियाँ बनवाओ, इनके मस्तक पर भगवान हैं अत: ये जैन की प्रतीक…