भरत चक्रवर्ती
भरत चक्रवर्ती तीर्थंकर ऋषभदेव के दो रानियाँ थीं-यशस्वती और सुनंदा। महारानी यशस्वती ने एक समय राजमहल में सोते हुए पिछली रात्रि में पाँच स्वप्न देखे-प्रात: स्नान आदि से निवृत्त हो पति प्रभु ऋषभदेव के निकट पहुँचकर स्वप्नों का फल जानना चाहा- प्रभु ऋषभदेव ने कहा-देवि! तुमने जो (१) प्रथम स्वप्न में सुमेरु पर्वत देखा है-उसका…