ह्रीं बीजाक्षर पूजा
ह्रीं बीजाक्षर पूजा -प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चंदनामती -अनुष्टुप् छंद- ह्रींकारं चन्द्रसंयुक्तं, तीर्थंकरसमन्वितं। पंचवर्णप्रभं चैव, ह्री काराय नमो नम:।। -शंभु छंद- सब बीजाक्षर में ह्रीं एक, बीजाक्षर पद कहलाता है। यह एक अक्षरी मंत्र सभी, जिनवर का ज्ञान कराता है।। चौबिस जिनवर से युक्त ह्रीं, की प्रतिमा अतिशयकारी है। इसका अर्चन वंदन भव्यों के, लिए सदा हितकारी…