लवणसमुद्र में जिनमंदिर (गौतमद्वीप में)
लवणसमुद्र में जिनमंदिर (गौतमद्वीप में) वेदीदो गंत्तूणं बारह तह जोयणसहस्साणि। वायव्वदिसेण पुणो होइ समुद्दम्मि वरदीवो।।४०।। बारहसहस्सतुंगो वित्थिण्णायामतेत्तिओ चेव। कंचणवेदीसहिओ मरगयवरतोरणुत्तुंगो।।४१।। ससिकंतसूरकंतो कक्केयणपउमरायमणिणिवहो। वरवज्जकणयविद्दुममरगयपासादसंजुत्तो।।४२।। गोदुमणामो दीवो णाणातरुगहणसंकुलो रम्भो। पोक्खरणिवाविपउरो जिणभवणबिहूसिओ दिव्वो।।४३।। लवणसमुद्र में जिनमंदिर (गौतमद्वीप में) वेदी से वायव्य दिशा की ओर बारह हजार योजन जाकर समुद्र में गौतम नामक उत्तम द्वीप है। यह दिव्य द्वीप…